उपायुक्त ने मानसून सीजन 2025 की तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक, सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ आपदा प्रबंधन के दिए निर्देश

बैठक में उपायुक्त ने मौसम संबंधी पूर्वानुमानों व चेतावनियों का शीघ्र प्रसार सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को जन-जागरूकता अभियान चलाने और सभी अधिकारियों को सचेत और मौसम मोबाइल ऐप डाउनलोड कर नियमित अपडेट लेने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने सूखे और खतरनाक पेड़ों की समय रहते पहचान कर हटाने, अस्थायी पुलों की उपलब्धता, और विद्युत आपूर्ति से जुड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने नगर निगम, नेशनल हाईवे अथॉरिटी और जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि वर्षा जल की सुचारू निकासी के लिए नालों, नालियों और जल निकासी चैनलों की सफाई समय से पूरी करें ताकि जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
जल शक्ति विभाग और पंचायती राज विभाग को जल स्रोतों व पेयजल टैंकों की सफाई व क्लोरीनेशन सुनिश्चित करने तथा स्वास्थ्य विभाग को सभी प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में विशेषकर सर्पदंश रोधी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग को मशीनरी की मरम्मत कर उसे आपदा संभावित क्षेत्रों में रणनीतिक रूप से तैनात करने को कहा गया। उपायुक्त ने सभी एसडीएम, होमगार्ड, अग्निशमन सेवाएं तथा अन्य विभागों को त्वरित प्रतिक्रिया दलों को सतर्क रखने के निर्देश भी दिए।
उपायुक्त ने पिछले वर्ष इंडस्ट्रियल एरिया बाथू-बाथड़ी में अचानक बाढ़ जैसी स्थिति को ध्यानार्थ रखते हुए इस क्षेत्र में माइनिंग अधिकारी, उपमंडल अधिकारी हरोली और आइओसीएल पाइपलाइन प्रबंधन को आपसी समन्वय के साथ 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि खड्ड के प्रवाह में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए ताकि बाढ़ जैसी स्थिति से समय रहते निपटा जा सके।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला मुख्यालय पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जिसका टोल फ्री नंबर 1077 है। उन्होंने उपमंडल अधिकारियों को मानसून सीजन के दौरान उपमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष क्रियाशील रखने के निर्देश दिए। यह आपात संचालन केंद्र सातों दिन चौबीसों घंटे क्रियाशली रहेंगे।
उपायुक्त ने सभी विभागों को हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विकसित ऑनलाइन पोर्टल पर क्षति और हानि की रिपोर्टिंग नियमित रूप से करने तथा सभी महत्वपूर्ण घटनाओं की दस्तावेजीकरण व फोटोग्राफ्स सहित रिपोर्ट जिला प्रशासन से साझा करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने मानसून के आगमन से पूर्व सभी विभाग अपनी तैयारियां पूर्ण करें और आपसी समन्वय व तत्परता के साथ कार्य करते हुए किसी भी आपदा की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें।
इस अवसर पर एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर, एएसपी संजीव भाटिया, एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान, एसडीएम गगरेट सोमिल गौतम, एसडीएम अम्ब सचिन शर्मा, सीएमओ डॉ संजीव वर्मा सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।