आईआईटी मंडी की टीम ने ड्रोन की मदद से विद्युत बहाली में किया सहयोग

अधिशाषी अभियंता गोहर सुमित चौहान ने बताया यह स्पर फीडर उस समय क्षतिग्रस्त हुआ जब 33 केवी पंडोह-गोहर लाइन में दो दिन पूर्व भारी क्षति हुई थी, और यह 11 केवी सरांडा फीडर के ऊपर से गुजरती है। परिणामस्वरूप, छपराहण गांव में 60 घरों की 5 अगस्त से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई थी।
उन्होंने बताया कि आईआईटी मंडी की टीम द्वारा प्रदान की गई ड्रोन सहायता से न केवल बहाली कार्य में तेजी आई, बल्कि यह कार्य अधिक सुरक्षित और कुशल रूप से संभव हो सका। वर्तमान में फील्ड स्टाफ की टीम द्वारा बहाली का कार्य युद्धस्तर पर जारी है, और बोर्ड का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द छपराहण गांव में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से बहाल की जाए।