गुड समेरिटन से समाज में मानवता, करुणा और जिम्मेदारी की भावना को मिलता है बलः डी.सी.
उन्होने कहा कि सरकार द्वारा लागू गुड समेरिटन नीति के तहत गुड समेरिटन व्यक्ति को कानूनी परेशानियों से पूर्ण सुरक्षा प्रदान की गई है। यदि कोई व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाता है या प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करता है, तो ऐसे व्यक्ति से पुलिस या अन्य कोई जांच एजेन्सी अनावश्यक पूछताछ नहीं कर सकती है तथा अदालत की गवाही देने के लिए भी बाध्य नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों से ज्यादा से ज्यादा लोगों को सरकार की गुड समेरिटन नीति बारे जागरूक करने पर बल दिया ताकि सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को ऐसे नेक व्यक्तियों के माध्यम से तुरंत चिकित्सा सहायता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने आम जनमानस से भी सड़क दुर्घटनाओं के शिकार व्यक्तियों की मदद करने के लिए आगे आने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राह-वीर योजना के तहत सड़क दुर्घटना के शिकार व्यक्तियों को जीवन बचाने वालों के लिए पुरस्कार राशि का भी प्रावधान किया है। साथ ही कहा कि सड़क दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति के उपचार के लिए अस्पताल में डेढ़ लाख रूपये तक की कैशलेस सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिला में गत एक अप्रैल, 2025 से 30 सितंबर, 2025 तक कुल 65 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज हुई हैं जो इसी अवधि के गत वर्ष के मुकाबले 10 प्रतिशत कम है। इन सड़क दुर्घटनाओं के कारण इस वर्ष 20 लोगों की दुखद मृत्यु हुई जबकि गत वर्ष यह आंकड़ा 22 रहा है। इसके अतिरिक्त गत वर्ष 128 लोगों के घायल होने के मुकाबले इस वर्ष यह आंकड़ा 98 रहा है। उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों से सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए यातायात नियमों बारे व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर बल दिया।
उन्होंने बताया कि इसी अवधि के दौरान जिला में परिवहन तथा पुलिस विभाग द्वारा यातायात नियमों की अवहेलना करने पर कुल 62 हजार 777 विभिन्न चालान कर 1.44 करोड़ रूपये का जुर्माना वसूला गया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह सभी चालान पुलिस कर्मियों के साथ-साथ आॅनलाइन माध्यम से भी किये जा रहे हैं। साथ ही कहा कि जिला में गत वर्ष कुल 9 ब्लैक स्पाॅट चिन्हित किये गए थे, जिनमें से 2 को सुधार लिया गया है जबकि इस वर्ष 2 नए ब्लैक स्पाॅट चिन्हित हुए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा लोक निर्माण विभाग को सभी चिन्हित ब्लैक स्पाॅट को दुरूस्त करने के भी निर्देश दिये।
राहुल कुमार ने सड़क सुरक्षा के प्रति पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा शिक्षा विभाग को समय-समय पर अपने स्तर पर व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिये। बैठक का संचालन क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी बिलासपुर राजेश कुमार कौशल ने किया तथा सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत उठाए गए विभिन्न कदमों बारे विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चैधरी सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, पुलिस, लोक निर्माण सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।



