बंजार उपमंडल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का केंद्रीय टीम ने किया दौरा

बंजार उपमंडल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का केंद्रीय टीम ने किया दौरा
अक्स न्यूज लाइन कुल्लू, 9 सितंबर :-
 मानसून सीजन में भारी वर्षा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम ने मंगलवार को बंजार उपमंडल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान केंद्रीय टीम ने मौके पर जाकर प्रभावित परिवारों से भेंट की और नुकसान का विस्तृत आकलन किया।
    केंद्रीय टीम में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव जी. पार्थसारथी, केंद्रीय जल निगम (जल शक्ति मंत्रालय) के निदेशक वसीम अशरफ, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मुख्य अभियंता अनिल कुमार कुशवाहा, प्रदेश सरकार की ओर से संयुक्त सचिव (डिज़ास्टर मैनेजमेंट) निशांत ठाकुर, एचआरटीसी के कार्यकारी निदेशक मुरारी लाल और टीसीबी स्पेशलिस्ट डॉ. कृष्ण चंद शामिल रहे। 
    उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित केंद्रीय टीम के साथ मौजूद रहे और टीम को अलग-अलग स्थानों में हुए नुकसान की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
   केंद्रीय टीम ने निरीक्षण के दौरान शाड़ावाई में उठाऊं पेयजल योजना, बजौरा पुल के पास उठाऊ सिंचाई योजना, निर्माणाधीन आयुर्वेदिक अस्पताल भवन, कोटला उठाऊ पेयजल योजना, जिला मंडी के बालीचौकी में भारी भूस्खलन से भवनों को हुआ नुकसान और एनएच-305 पर जगह-जगह भूस्खलन से क्षतिग्रस्त स्थिति का भी जायजा लिया।
   केंद्रीय टीम ने बंजार उपमण्डल में जगह जगह हुए भूस्खलन के कारण सड़कों, पुलों, सरकारी भवनों, पेयजल योजनाओं, विद्युत आपूर्ति लाइनों और लोगों के रिहायशी भवनों का भी निरीक्षण किया। केंद्रीय टीम ने बंजार उपमंडल के बहुत से गांवों की जमीन धंसने का भी जायेजा लिया।
केंद्रीय टीम ने शिल्ली गांव, सराई गांव में लोगों के घरों को हुए नुकसान, सिदवां जीरो पॉइंट, तांदी धार गांव, पलाच गांव, नगर पंचायत बंजार में (दाडू धार), कॉलेज रोड बंजार, बिहाली गांव, तीर्थन वैली, तलाड़ा गांव, सारी, धारा और कंड गांव में हुए भूस्खलन एवं धंसाव की स्थिति का जायेजा किया।
    इसके अतिरिक्त टीम ने सैंज घाटी के एनएचपीसी सिउण्ड डैम क्षेत्र का भी दौरा किया। इसके साथ लगते सोती गांव की जमीन धंसने का भी जायेजा लिया। केंद्रीय टीम ने प्रभावित इलाकों की गंभीर स्थिति का विस्तृत अध्यन्न किया। आज केंद्रीय टीम दो दिन के कुल्लू प्रवास के बाद वापस लौट गई।