वर्ष 2025-26: हिमाचल में 18 डे केयर कैंसर सेंटर खुलेंगे, देश में 200 को केन्द्र की हरी झंडी

अक्स न्यूज लाइन शिमला 13 अगस्त :
डा सिकंदर कुमार, राज्यसभा सांसद एवं प्रदेश महामंत्री भाजपा ने सदन में हिमाचल प्रदेश में कैंसर अनुसंधान केन्द्र की स्थापना का मुद्दा उठाया। उन्होनें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री से पूछा कि क्या सरकार का हिमाचल प्रदेश में राज्य के स्वास्थ्य संबंधी देखरेख सेवा क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए कैंसर अनुसंधान केंद्र की स्थापना का कोई प्रस्ताव है ? क्या हिमाचल प्रदेश में कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में पता लगाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में उचित सुविधाएं उपलब्ध है और हिमाचल प्रदेश में पर्याप्त सुविधाओं के साथ वहनीय उपचार उपलब्ध कराने के लिए क्या उपाय किए गए हैं ?
प्रतापराव जाधव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने सदन को बताया कि भारत सरकार विशिष्ट सुविधाओं वाले कैंसर देखभाल केंद्रों के सुदृढ़ीकरण की योजना लागू कर रही है। इस पहल के अंतर्गत, राज्य कैंसर संस्थानों के लिए 120 करोड़ रू0 तक और विशिष्ट कैंसर देखभाल केंद्रों के लिए 45 करोड़ रू0 तक की एकमुश्त अनुदान के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है जिसमें राज्य की हिस्सेदारी भी शािमल है। अब तक देशभर में 19 राज्य कैंसर संस्थानो और 20 विशिष्ट कैंसर देखभाल कंेद्र स्वीकृत किए जा चुके हैं। ये संस्थान उन्नत कैंसर देखभाल, निदान, अनुसंधान और क्षमता निर्माण के लिए महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करते हैं और विशिष्ट बुनियादी ढांचे और विशेषज्ञ मानव संसाधन से सुसज्जित हैं। इस योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश के शिमला में इंदिरा गांधी मैडिकल काॅलेज और मंडी में श्री लाल बहादुर शास्त्री मैडिकल काॅलेज को मंजूरी दी गई है।
उन्होनें आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश में 12 जिला एनसीडी क्लीनिक, 108 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एनसीडी क्लीनिक और 12 जिला कैंसर देखभाल केंद्र स्थापित किए गए हैं। केन्द्रीय बजट 2025-26 की घोषणा के अनुसार देश भर में 200 से अधिक डे-केयर कैंसर केंद्र स्थापित करने की मंजूरी दी गई है। हिमाचल प्रदेश राज्य के लिए 18 डे-केयर कैंसर केंद्र मंजूर किए गए है। उन्होनें कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के अंग के रूप में सामान्य एनसीडी सहित कैंसर के रोकथाम, नियंत्रण और स्क्रीनिंग के लिए जनसंख्या आधारित पहल की गई है।
इस पहल के अंतर्गत 30 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को स्क्रीनिंग के लिए लक्षित किया गया है।
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत कैंसर सहित प्रमुख गैर संचारी रोगों का उपचार उपलब्ध है। यह योजना प्रत्येक परिवार को माध्यमिक एवं विशिष्ट देखभाल के लिए 5 लाख रू0 प्रति वर्ष प्रदान करती है। हाल ही में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को, चाहे उनकी आय कुछ भी हो, स्वास्थ्य कवरेज प्रदान किया गया है।
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न्होनें कहा कि उपचार हेतु सस्ती दवाएं एवं विश्वसनीय प्रत्यारोपण के अंतर्गत कैंसर सहित विभिन्न रोगों के उपचार के लिए किफायती दवाएं उपलब्ध कराई जाती है। प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र, कैंसर के इलाज के लिए सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराता है।
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